Shardiye Navratri 2024: नवरात्रि के पांचवें दिन होगी स्कंद माता की उपासना, जानें पूजन विधि और शुभ मुहूर्त 

नवदुर्गा का पांचवां स्वरूप स्कंद माता का है. कार्तिकेय (स्कन्द) की माता होने के कारण इनको स्कन्द माता कहा जाता है. माता चार भुजाधारी, कमल के पुष्प पर  बैठती हैं 

स्कंद माता की पूजा से संतान की प्राप्ति सरलता से हो सकती है. संतान से कोई कष्ट हो रहा हो तो उसका भी अंत हो जाता है.

दमाता की पूजा में पीले फूल अर्पित करें और पीली चीजों का भोग लगाएं 

अगर पीले वस्त्र धारण किए जाएं तो पूजा के परिणाम अति शुभ होंगे. संतान संबंधी प्राथर्ना करें